Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
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शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
It is made of forty verses (chalisa), published while in the Hindi language. The chalisa is structured within a poetic structure and is also extensively recited by devotees as a way to praise and search for blessings from Lord Shiva.
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नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
माता-पिता Shiv chaisa भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
तब ही shiv chalisa in hindi दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।